ये आरजू नही की किसी को भुलाएँ हम,
न तमना की किसी को रुलाएं हम,
माँगते हैं उस रब से, जिसको जितना याद करते ,
उसको उतना याद आए हम ।
Friday, April 25, 2008
उसको उतना याद आए हम
Posted by Lucky at 11:11 PM
Labels: Sher O Shayri, SMS
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