Tuesday, December 18, 2007

शर्माजी

शर्माजी अपनी पत्नी और सोलह बच्चों के साथ सिनेमा देखने निकले।

चौराहे पर खड़े सिपाही ने आचानक शर्माजी को पकड़ा और थाने ले जाने लगा, उन्होंने घबराकर पूछा- भाई मैंने आखिर किया क्या है?

तुमने कुछ कुछ तो किया ही होगा तभी तो यह भीड़ तुम्हें घेरे हुए हैं। सिपाही का जवाब था।

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