Saturday, March 14, 2009

बस इसी उम्मीद में बैठा हूँ.

इक गधा दुसरे गधा से: यार मेरा मालिक मुझे बहुत मरता है
दूसरा गधा: तो तू भाग क्यों नही जाता?
पहेला गधा : भाग तो जाता पर यहाँ भविष्य बड़ा उज्जवल हैमालिक के खुबसूरत बेटी जब शरारत करती है तो मालिक कहता है.. "तेरी शादी गधे से कर दूंगा......."
बस इसी उम्मीद में बैठा हूँ.

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